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जल मित्र

प्रकृति में सभी चीजें एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं, जिसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण है “जल”। ऐसा कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि “जल ही जीवन है”। स्वास्थ्य के लिए स्वच्छ पेयजल का  विशेष महत्व है। मनुष्य एक बार तो भोजन के बिना रह सकता है परन्तु जल के बिना नहीं रह सकता I 1995 से परम मित्र संस्थान प्याऊ व अन्य तरीकों से सूखे व पिछड़े क्षेत्रों में पेयजल मुहैय्या करवाती आई है,  परन्तु आपकी संस्थान द्वारा निरंतर गाँव- गाँव में चल रहे  चिकित्सा शिविरों के उपरांत हमने देखा कि ग्रामीण क्षेत्रो में बीमारियों का मुख्य कारण वहाँ का दूषित व खारा जल है जिसके निरंतर सेवन से ग्रामवासी बीमारियों की चपेट में आ रहे थे और बच्चों व् महिलाओं को ज़रूरी पोषणतत्व नहीं मिल पा रहे थे, इसलिए परम मित्र मानव निर्माण संस्थान ने स्वच्छ और शुद्ध पेयजल ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँचाने के उद्देश्य से R.O. संयंत्र लगवाए। गाँव भगलाना में R.O. संयंत्र लगवाकर ग्राम पंचायत को समर्पित किया। गाँव उगालन में बिजली की कमी को देखते हुए, व हरितऊर्जा को बढ़ावा देते हुए सौरऊर्जा संचलित R.O. संयंत्र लगाया ताकि गाँव में बिजली हो या नहीं ,स्वच्छ पेयजल मिल सके व् हर इंसान स्वस्थ रहे । हमारी संस्थान इस परियोजना के तहत और भी कई ग्रामीण इलाकों  में R.O. Plant लगाएंगी ताकि सबको स्वच्छ पेयजल की प्राप्ति हो सके ।

जल का महत्व दूसरे जीवित प्राणियों की तुलना में मानव जीवन के लिए सबसे अधिक है। जल का इस्तेमाल मानव अपने जीवन में सबसे अधिक करते हैं। आज के आधुनिक समय में मनुष्य अपने अधिकतम कार्यों को पूरा करने के लिए बिजली के माध्यम से चलने वाले उपकरणों पर पूरी तरह से निर्भर हैं, जिसकी पूर्ति करने के लिए मनुष्य सबसे अधिक बिजली का उत्पादन जल के द्वारा ही संभव कर पाते हैं। घरों में रहने वाली गृहणियों के लिए भी सुबह से रात तक के कार्य जैसे साफ-सफाई, कपड़े धोना और बर्तन धोना आदि जैसे कार्यों को पूरा करने हेतु जल की सर्वाधिक आवश्यकता होती है। मनुष्य के द्वारा निर्मित साधन जैसे वाहन, जनरेटर और बड़े-बड़े उद्योगों में इस्तमाल होने वाली मशीनरियाँ जैसे उपकरणों के इंजन को ठंडा रखने के लिए जल का प्रयोग किया जाता है, जल के बिना यह उपकरण भी अधिक समय तक चल नहीं सकते। इन सभी जरूरतों से बढ़कर मनुष्य की जरुरत है भोजन और इसको प्राप्त करने के लिए मनुष्य को फसल पैदा करनी होती है, जिसके लिए जल का होना परम आवश्यक है, जल के बिना फसल उगाने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। मनुष्य यह बात अच्छे से जानते हैं कि जल हमारे और हमारे पर्यावरण के लिए कितना महत्वपूर्ण है, फिर भी मनुष्य जल को अधिक महत्व नहीं देते और बिना विचारे जल का अधिक से अधिक दुरुपयोग करने में लगे रहते हैं। घरों के साथ-साथ बड़े-बड़े उद्योगों में भी जल का इस्तेमाल बहुत बड़े स्तर पर किया जाता है, जिससे आने वाले समय में जल की बहुत अधिक मात्रा में कमी हो सकती है और इसका दुष्प्रभाव मानवीय जीवन के साथ-साथ अन्य जीवित प्राणियों के जीवन पर भी पड़ेगा। मनुष्य की तरह अपना जीवन चलाने के लिए अन्य जीवित प्राणियों जैसे पशु-पक्षी, पेड़-पौधे और जल में वास करने वाले प्राणी आदि जैसे इन सभी जीवों को जल की परम आवश्यकता होती है।

जल केवल जीवित प्राणियों के लिए ही नहीं बल्कि पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। यह हमारे वातावरण में भाप के रूप में मौजूद रहता है, जिसके द्वारा सूरज की गर्मी अवशोषित हो जाती है और जीवित प्राणियों को ज्यादा गर्मी का एहसास नहीं होता।

जल के महत्व को याद रखते हुए परम मित्र मानव निर्माण संस्था जल का दुरूपयोग न करने के लिए लोगों को जागरूक करती है और साथ ही अधिक से अधिक पेड़ लगाकर वर्षा द्वारा हुए एकत्रित जमीन के अन्दर के जल को भी बचाने के लिए प्रेरित करती है, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी को भी पर्याप्त और स्वच्छ जल प्राप्त हो सके।