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जागरूकता शिविर

परम मित्र मानव निर्माण संस्थान लोगों को किसी भी विषय में जागरूक करने या जानकारी देने के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन करता है। जागरूकता किसी भी तरह की हो सकती है, चाहे वह शिक्षा की जानकारी हो, स्वास्थ्य की जानकारी हो या फिर प्राकृतिक वातावरण आदि की जानकारी हो। समय-समय पर लोगों कोे शिक्षा, खेल, स्वास्थ्य, पर्यावरण, रोजगार, कृषि, मनोरंजन, सामाजिक रहन-सहन आदि में जागरूक करने के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाता है।

आज की भाग-दौड़ भरी जिन्दगी में सभी के पास प्रकृति का आनंद लेने के लिए बहुत ही कम समय है। हम शरीर को चुस्त-दुरूस्त रखने के लिए नई-नई तकनीक का उपयोग करने लगे हैं, जबकि प्रकृति के पास हमारे दिमाग और शरीर को चिंतामुक्त और रोगमुक्त रखने की क्षमता है। जीवन में तकनीकी उन्नति की वजह से हमारी प्रकृति का लगातार नुकसान हो रहा है। उसमें संतुलन और प्रकृति संपदा को बनाये रखने के लिए परम मित्र मानव निर्माण संस्थान द्वारा जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाता है।

परम मित्र मानव निर्माण संस्थान द्वारा जागरूकता शिविर के अंतर्गत समय-समय पर निशुल्क रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया जाता हैं। इसमें कोई भी स्वस्थ व्यक्ति अपनी इच्छानुसार रक्त दान कर सकता है। जागरूकता शिविर में मोतियाबिन्द, रतौधी, आँखे लाल होना आदि आँखों की बीमारियों का इलाज भी मुफ्त में किया जाता है। दूर दृष्टि तथा निकट दृष्टि रोग से पीड़ित व्यक्ति को चश्मा भी मुफ्त में दिया जाता है। रोगी का शारीरिक परीक्षण कर मुफ्त में दवाई दी जाती है। दूर-दराज क्षेत्रों में परम मित्र मानव निर्माण संस्थान द्वारा मुफ्त स्वास्थ्य केन्द्र भी खोले गए हैं।

आज के जमाने में शिक्षा का बहुत महत्व है। बिना शिक्षा के जीवन-यापन करना कठिन हो गया है। पुराने जमाने में अधिकतर लोग गाँव में जीवन-यापन करते थे, वहां उनका व्यवसाय केवल खेती करना होता था। खेती करने के लिए बहुत अधिक शिक्षा की जरूरत नहीं होती थी। आजकल लोग खेती छोड़कर अन्य व्यवसायों को अपना रहे हैं। खेती और मजदूरी को छोड़कर अधिकतर व्यवसायों और नौकरियों के लिए शिक्षित होना जरूरी है। शिक्षित होने से लोगों को कई तरह का ज्ञान होता है। शिक्षित लोग ही समाज को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। लोगों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए परम मित्र मानव निर्माण संस्थान द्वारा समय-समय पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाता है।

प्राचीन काल से ही खेलों को जीवन का एक मजबूत आधार माना गया है। खेलों से हमारे शरीर का विकास होने के साथ-साथ हमारा जीवन भी सफल बनता है। खेल बच्चों और बड़ों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए बहुत ही जरूरी है। खेल से संघर्षों से उबरने और उसका सामना करने की अदभुत क्षमता प्राप्त होती है। मनुष्य जीवन में विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला करने का साहस खेल द्वारा ही मिलता है। खेल टाॅनिक के रूप में भी काम करता है जिससे व्यक्ति बुरी से बुरी परिस्थिति में भी निराशा और उदासी के साये से दूर रहता है। किसी महान दार्शनिक अरस्तु ने कहा है कि एक स्वस्थ शरीर में स्वस्थ दिमाग निवास करता हैै। खेलों के फायदे बताने के लिए संस्थान द्वारा जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाता है।

बेरोजगारी समाज के लिए एक अभिशाप है। यह केवल व्यक्ति को ही प्रभावित नहीं करती, समाज और देश की विकास दर को भी प्रभावित करती है। शिक्षा की कमी, कौशल की कमी, रोजगार अवसरों की कमी और बढ़ती आबादी इस समस्या को बढ़ाने में मददगार हैं। इस समस्या के समाधान के लिए परम मित्र मानव निर्माण संस्थान अग्रसर है।

भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण है। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है। यह एक प्रमुख रोजगार देने वाला क्षेत्र है। देश की लगभग 70 प्रतिशत जनसंख्या आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। कृषि की सकल घरेलू उत्पादन में भागीदारी लगभग 22 प्रतिशत है। भारत में आवश्यक खाद्यान्न की पूर्ति कृषि के द्वारा ही पूरी की जाती है। देश की बहुत बड़ी आबादी को कृषि के द्वारा ही रोजगार प्राप्त होता है। देश में बेरोजगारी की समस्या प्रतिदिन बढ़ रही है, ऐसे में कृषि बेरोजगारी कम करती है। कृषि के बारे में बताने और लोगों को कृषि के प्रति जागरूक करने के लिए भी परम मित्र मानव निर्माण संस्थान द्वारा जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाता है।