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खेल मित्र

खेलों के लाभ और महत्व

खेलों का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। परम मित्र मानव निर्माण संस्थान के अनुसार मनुष्य के जीवन में जिस तरह शिक्षा जरूरी है, ठीक उसी तरह खेलों के महत्व को झुठलाया नहीं जा सकता। काम की थकान के बाद हमें मनोरंजन की जरूरत होती है। नियमित रूप से प्रतिदिन यदि खेलों को व्यक्ति के जीवन में जोड़ लिया जाए, तो जीवन में खुशियाँ ही खुशियाँ भर जाएंगी।

खेल कई प्रकार के होते हैं, जैसे क्रिकेट, फुटबाॅल, वाॅलीबाॅल, टेनिस, टेबल टेनिस, खो-खो, कबड्ड़ी, आदि। खेल खेलने से हमारा शरीर फुर्तीला और फिट रहता है। आज के भाग-दौड़ भरे जीवन में खेलों को शिक्षा का एक महत्वपूर्ण अंग माना जाने लगा है। खेलों से मनुष्य का शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से विकास होता है। खेलों से हम तंदरूस्त रहते हैं और अपना काम सही तरह से कर सकते हैं। इसके साथ-साथ हमारी सोचने-समझने की क्षमता में भी वृद्धि होती है। खेल हमें तनावमुक्त भी रखते हैं। खेलो से अनुशासन की भावना का विकास होता है, खेलो से भाईचारे की भावना व देशप्रेम की भावना का विकास होता है।

परम मित्र मानव निर्माण संस्थान क्रिकेट, फुटबाल, वाॅलीबाॅल, टेनिस, कबड्डी, खो-खो आदि खेलों का सारा साजो-सामान मुहैया करवाता है। संस्थान द्वारा सभी तरह के खेलों के नियम और तरीकों की जानकारी भी दी जाती है। इस संस्थान द्वारा सभी तरह के खेलों के मैदान भी बनवाएं जाते हैं। परम मित्र मानव निर्माण संस्थान द्वारा मैराथन का भी आयोजन किया जाता है।

महान दार्शनिक प्लेटो के अनुसार “बालक को दंड देने की अपेक्षा खेल द्वारा नियंत्रित करना कहीं अधिक अच्छा होता है। बाल्यावस्था से लेकर किशोरावस्था का समय मनुष्य के शारीरिक ही नहीं, मानसिक विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। स्वामी विवेकानन्द ने कहा था कि बच्चे को गीता पढ़ाने से पहले फुटबॉल खेलने ले जाओ उसमें अनुशासन की भावना अपने आप आ जाएगी।

इस दौरान यदि उसकी ऊर्जा का सही उपयोग न हो तो उसके गलत राह पर चल पड़ने की संभावना बनी रहती है।” सभी स्कूलों में बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए कई तरह के खेलों की उचित व्यवस्था की गई है। माता-पिता भी अपने बच्चों को उसी स्कूल में भेजना अधिक पसंद करते हैं, जहाँ खेलों को अधिक महत्व दिया जाता है। जीवन में उन्नति के लिए सहनशील, मिलनसार और उदार होना जरूरी है, ये सभी गुण खेलों से ही विकसित होते हैं।

स्वास्थ्य के नजरिये से खेलों के कई फायदे हैं। खेलों से शरीर की हड्डियाँ और माँसपेशियाँ मजबूत बनने के साथ-साथ पाचन-क्रिया, रक्त का संचरण सही रहता है और शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता में भी बढ़ोत्तरी रहती है। खेलों को मनोरंजन का सबसे अच्छा साधन माना गया है। कुछ लोग मोबाइल या कंप्यूटर पर खेले जाने वाले विडियो गेम को ज्यादा अच्छा मानते हैं, लेकिन इस तरह के खेल स्वास्थ्य की दृष्टि से ठीक नहीं हैं, क्योंकि इससे हमारा शारीरिक विकास नहीं हो पाता है।

शिक्षा और रोजगार की नजर से भी खेलों को अधिक महत्व दिया गया है। एक पुरानी कहावत है, “पढ़ोगे-लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे-कूदोगे तो होगे खराब” जो बीते दिनों की बात हो गई है। आज लगभग सभी देशों में खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है। जो खिलाड़ी अच्छा खेलते हैं, उन्हें खूब सम्मान दिया जाता है। सरकार की तरफ से भी काफी प्रोत्साहित किया जाता है। राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली तरह-तरह की प्रतियोगिताओं के कारण खिलाड़ी और उससे संबंधित लोगों को पैसा, पद और सम्मान मिलता है। खेलों के व्यवसायीकरण के कारण खेल रोजगार का एक अच्छा स्त्रोत बन गया है। खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार राज्य स्तर, राष्ट्रीय स्तर और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को निजी और सरकारी कंपनियों में अच्छे वेतन पर नियुक्त कर रही है।

मेजर ध्यानचंद, कपिल देव, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर, प्रकाश पादुकोण, मिल्खा सिंह आदि खिलाड़ियों ने क्रिकेट, बैडमिंटन, हाॅकी आदि खेलों में अपने अभूतपूर्व प्रदर्शन से देश का नाम रोशन किया है। सायना नेहवाल, सानिया मिर्जा, वीरेंद्र सहवाग आदि खिलाड़यों की लोकप्रियता ही खेलों के महत्व को बताने के लिए काफी है।